Saturday, April 27, 2024
  • क्या आपको दृढ़ विश्वास है कि-
  • आपकी कलम सामाजिक परिवर्तन लाने में सक्षम है?
  • यदि हां, तो सबकी आवाज को अपनी शक्ति बनाइये और
  • अपने शब्दों के अंदाज से दुनिया को बदलने की कोशिश कीजिये
  • यदि आप देश की वर्तमान दशा पर चिंतित है?
  • बेरोजगारी की वर्तमान हालत से परेशान है आप?
  • किशोर स्वास्थ्य समस्याओं को एक बड़ा मुद्दा मानते हैं?
  • तो यकीन मानिये - आपके मौलिक विचार दुनिया को
  • कई तरह से बदल सकता है।
  • जुड़िये सबकी आवाज डाट कॉम से

हमारे बारे में

मीडिया हमेशा से समाज का आईना रहा है। तकनीकी विकास के साथ-साथ हिन्दी पत्रकारिता के रूख में तेजी से बदलाव हो रहा है। सूचनाओं पर लगने वाली बंदिशें कम हुई हैं और लोगों तक 
अबाध सूचना का मार्ग प्रशस्त हुआ है। हालांकि समाचार पत्रों और टेलीविजन की तुलना में इंटरनेट 
पत्रकारिता की उम्र बहुत कम है लेकिन इसका विस्तार बहुत
 तेजी से हुआ है।

सवाल उठता है कि आखिर हर सूचना समाचार क्यों नहीं है?
 हर घटना, समाचार क्यों नहीं है? क्या एक-दूसरे का हालचाल और खोज-खबर लेना समाचार नहीं है? क्या वह सब समाचार नहीं बन
 सकता, जिसके बारे में लोग जानना चाहते हैं या जिसके बारे
 में लोगों को जानना चाहिए? 
या फिर समाचार वही है जिसे एक पत्रकार समाचार मानता है?

सबकी आवाज डॉट कॉम का मकसद इस भ्रम को तोड़ना
 
है कि आखिर हर सूचना समाचार क्यों नहीं है?

गौरतलब है कि 1966 में जब भारतीय प्रेस परिषद का गठन
 किया गया था। उस समय में पत्रकारिता की चुनौतियां इतनी नहीं थीं, और थीं
 भी तो काफी अलग, आसान और सहज थीं। लेकिन अब पत्रकारों के समक्ष कई नई चुनौतियां हैं। आज मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से साफ-सुथरी खबरों को बड़ी समझदारी से जन-जन तक पहुंचाना हम सबका कर्तव्य बनता है।

सबकी आवाज डॉट कॉम इसी दिशा में उठाई गई एक 
ऐसी पहल है जो दबावों, अफवाहों और प्रभावों से मुक्त
 
होकर आपकी आवाज़ को अपने अंदाज़ में परोसगी।

देखिये एक उदाहरण से समझाता हूं – मान लीजिये कि दुनिया 
में केवल दो प्रकार के लोग होते हैं, पहले वे लोग जो कुत्तों से प्यार करते हैं और दूसरे वे लोग जो कुत्तों 
से प्यार नहीं करते। अब यदि  ‘प्यार  जुमला है, तो मैं बाद वाले समूह से संबंधित हूं। मैं कुत्तों से प्यार नहीं करता, बल्कि मैं उन्हें पसंद करता हूं। वैसे भी मेरा मानना है कि यदि कुत्ते ने आदमी को काट लिया
 तो ये कोई खबर नहीं है। क्यों काटा, ये खबर है। लेकिन सही और सनसनी खेज खबर तो यह है कि आदमी 
ने कुत्ते को काट लिया।

जी हां यदि आपने समझ लिया तो सबकी आवाज डॉट
 
कॉम का अंदाज कुछ ऐसा ही है।

आप सब की एक साथ मिलकर उठाई सही आवाज न केवल 
भटके हुये युवाओं का मार्ग प्रशस्त कर सकती है बल्कि उन्हें
 नई दिशा और शक्ति भी प्रदान कर सकती है। लेकिन यही आवाज यदि बिखरने लगे तो शोर पैदा कर देती 
है।

सबकी आवाज डॉट कॉम का मकसद इस शोर को रोकना
 
और  खबरों की ‘खबर को अपने अंदाज में परोसना है।

सबकी आवाज डॉट कॉम ने किसी जिले में किसी भी व्यक्ति को नियुक्त नहीं किया है। इसलिए अगर कोई खुद को ‘सबकी आवाज डॉट कॉ  से
 जुड़ा हुआ बताता है तो उसके दावे को संदिग्ध मानें और 
पुष्टि के लिए सबकी आवाज डॉट कॉम को 
sabkiawaz24@gmail.com पर मेल भेज कर पूछ लें ।

राजेश मिश्र

संस्थापक संपादक 

sabkiawaz24@gmail.com